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ESR Full Form in Medical – Erythrocyte
Sedimentation Rate (लालरक्तकण अवसादन दर)
नमस्कार दोस्तों एक बार फिर से स्वगात है आपका हमारी एक और नयी जानकरी में जिसमे आज हम बात करेंगे ESR के उप्पर की आखिर ये ESR Kya Hota Hai, ESR का पूरा नाम क्या है (ESR Full Form In Hindi) ESR Test कैसे होता है, ESR क्यों बढ़ता है, क्या होगा यदि ESR अधिक है और ESR कम होने पर क्या होता है? इन सभी सवालो के जवाब जानने के लिए बने रहिये हमारे साथ इस पोस्ट में लास्ट तक।
ESR Test Kya Hota Hai?
(ESR Full Form In Hindi) इसे टेस्ट का पूरा नाम है Erythrocyte Sedimentation Rate यानी के ESR इसे Sedimentation Rate Test भी कहते हैं और Sed Rate Test भी कहते हैं। ईएसआर टेस्ट के द्वारा किसी एक बीमारी का डायग्नोज नहीं किया जाता यानी के किसी एक खास बीमारी का पता नहीं लगाया जाता बल्कि इस टेस्ट के द्वारा यह देखा जाता है कि आपकी बॉडी में कहीं पर सूजन तो नहीं है।
ESR Test कैसे होता है?
ESR Blood Test को करने के लिए एक लंबी और पतली टेस्ट ट्यूब का इस्तेमाल किया जाता है आपके ब्लड का सैंपल लेकर इसे टेस्ट ट्यूब में डाला जाता है उसके बाद आपके खून में मौजूद रेड ब्लड सेल धीरे-धीरे नीचे की तरफ आने लगते हैं और ट्यूब के तले के ऊपर जमा होने लगते हैं नीचे आते समय 1 घंटे में वह कितनी दूरी करते हैं इस दूरी को मापा जाता है और यही ईएसआर टेस्ट रिजल्ट होता है इसे मिली मीटर प्रति घंटा मैं मापा जाता है यानी कि अगर आपके रेड ब्लड सेल 1 घंटे में 20 मिली मीटर की दूरी तय करते हैं तो आपका ESR 20mm/hr होगा। ESR Full Form In Hindi
ESR क्यों बढ़ता है?
जब आपके शरीर में कहीं पर इन्फ्लेमेशन हो जाती है कहीं पर सूजन आ जाती है तो इसके कारण आपके शरीर में असामान्य प्रोटीन बनने लगते हैं जिसके कारण रेड ब्लड सेल आपस में चिपक जाते हैं और भारी हो जाते हैं और नीचे गिरने की स्पीड तेज हो जाती है और वह 1 घंटे में ज्यादा दूरी तय करते हैं जिसके कारण ईएसआर की मात्रा बढ़ जाती है और यह पता लग जाता है कि आपके शरीर में कहीं पर सूजन है। ESR Full Form In Hindi
ESR Test Normal Value?
Female:
उम्र 50 साल से कम – ESR 20 mm/hr से कम होना चाहिए।
उम्र 50 साल से ज्यादा – ESR 30 mm/hr से कम होना चाहिए।
Male:
उम्र 50 साल से कम – ESR 15 mm/hr से कम होना चाहिए।
उम्र 50 साल से ज्यादा – ESR 20 mm/hr से कम होना चाहिए।
New Born Baby:
ESR 2 mm/hr से कम होना चाहिए।
बच्चे जो युवास्था तक नहीं पहुंचे है – ESR 3-13 mm/hr के बीच में होना चाहिए।
ESR Low होने पर क्या होता है?
अगर आपका ईएसआर नॉरमल से कमाया है तो इसके भी कई कारण हो सकते हैं जैसे कि Congestive Heart Failure, Low Plasma Protein, Sickle Cell, Anaemia जो की रेड ब्लड सेल की है बीमारी है और इसके अलावा और भी प्रॉब्लम हो सकती है। ESR Full Form In Hindi
ESR High होने पर क्या होता है?
अगर आपके ईएसआर टेस्ट का रिजल्ट नॉर्मल से ज्यादा है तो कई कारणों की वजह से ऐसा हो सकता है जैसे कि एनीमिया, किडनी डिजीज, बुढ़ापा, प्रेगनेंसी, थायराइड कुछ तरह के आर्थराइटिस, ऑटोइम्यून कुछ तरह के इंफेक्शन जैसे कि Bone Infection, Skin Infection, Tuberculosis आदि इसके अलावा और भी कई तरह की परेशानी हो सकती है।
आज आपने क्या सीखा
आसा करते है आपको हमारी सभी जानकरी पसंद आ रही होगी इस पोस्ट के माधियम से आपको सिखने को मिला ESR के उप्पर की आखिर ये ESR Kya Hota Hai, ESR का पूरा नाम क्या है (ESR Full Form In Hindi) ESR Test कैसे होता है, ESR क्यों बढ़ता है, क्या होगा यदि ESR अधिक है और ESR कम होने पर क्या होता है? अगर आपको हमारी ये जानकरी पसंद आयी हो तो इस पोस्ट को अपने दोस्तों और जानने वालो को शेयर जरूर करे। धन्यवाद…